दाल कई तरह की होती है, और हर दाल अलग-अलग तरह से फायदा पहुंचाती है। अगर बात की जाए एक अच्छी क्वालिटी की दाल की तो खुली दाल से बेहतर पैकेट वाली ब्रांडेड दाल होती है। क्योंकि खुली दाल मिलावटी भी होती है। मार्केट में सबसे अच्छी दाल कौन सी है, यह जानने के लिए हमारी इस स्टोरी को पूरा पढ़ें -
बच्चे हों या बड़े अरहर की दाल सबको पसंद होती है। यह दाल हर तरह से खाने में स्वादिष्ट लगती है। अरहर दाल के सेवन से बॉडी सेहतमंद रहती है। इससे इम्यूनिटी सिस्टम भी स्ट्रांग होता है। इसके अलावा शारीरिक कमजोरी भी दूर होती है।
मूंग दाल भी शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हर तरह से फायदेमंद साबित होती है। मूंग दाल में फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन्स, आयरन और पोटैशियम जैसे पौष्टिक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
चने की दाल स्वाद में तो अच्छी होती ही है, साथ ही हेल्थ के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। इसमें प्रोटीन भरपूर मात्रा में होती है। इसके अलावा इसमें फाइबर और कई पोषक तत्व भी होते हैं। इस दाल को डायबिटीज़ के मरीज को खिलाने से फायदा मिलता है।
मसूर दाल में पोषक तत्वों का खज़ाना छुपा होता है। इसको लाल दाल भी कहा जाता है। डायबिटीज़ के मरीजों के लिए मसूर की दाल काफी फायदेमंद होती है। इसमें मौजूद प्रोटीन, आयरन, फाइबर आदि जैसे पोषक तत्व हड्डियों को मज़बूत करते हैं। साथ ही वज़न घटाने में भी मदद करते हैं।
यह दाल बॉडी को हेल्दी रखने में काफी कारगर है। इस दाल में भी फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, सोडियम, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट और ज़िंक जैसे पोषक तत्वों की अच्छाई मौजूद है।
उड़द दाल में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। इसमें फाइबर प्रोटीन, आयरन और फोलेट अधिक मात्रा में होता है। इस दाल को खाने से मधुमेह, लिवर, किडनी और हृदय की बीमारियों में फायदा होता है।
काली मसूर की दाल को साबुत मसूर और ब्राउन मसूर भी कहा जाता है। यह दाल खाने में काफी स्वादिष्ट होती है। इस दाल में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा कम करने में हेल्प करता है।
छिलके वाली उड़द की दाल को मांस की दाल भी कहा जाता है। इस दाल को खाने से कैल्शियम की कमी पूरी होती है। साथ ही हार्ट हेल्थ और कोलेस्ट्रॉल भी मेंटेन रहता है। इस उड़द दाल से मधुमेह की बीमारी में भी फायदा मिलता है।